(How Technical Issues Like Broken Links or Redirects Prevent Your Webpages from Getting Indexed?)
कल्पना कीजिए आप एक दुकानदार हैं जो ग्राहकों को नया उत्पाद दिखाना चाहता है, पर दुकान का दरवाजा ही टूटा हुआ है! ठीक यही दिक्कत वेबसाइटों के साथ होती है जब टूटी लिंक (Broken Links) या गलत रीडायरेक्ट्स (Redirects) सर्च इंजन को पेज तक पहुँचने से रोकते हैं। इंडेक्सिंग (Indexing) का मतलब है सर्च इंजन (जैसे गूगल) का आपकी वेबसाइट को “पढ़कर” अपने डेटाबेस में स्टोर करना। अगर यह प्रक्रिया रुक जाए, तो आपका कंटेंट चाहे कितना भी बढ़िया क्यों न हो, दुनिया को दिखेगा ही नहीं!
१. टूटी लिंक्स (Broken Links): वेबसाइट की ‘डेड एंड’ सड़कें
टूटी लिंक वे हाइपरलिंक हैं जो यूजर्स या सर्च इंजन बॉट्स को गलत या नॉन-एक्जिस्टेंट URL पर ले जाती हैं। इन्हें “४०४ एरर” (४०४ Error) भी कहते हैं।
उदाहरण:
मान लीजिए आपकी वेबसाइट पर एक ब्लॉग पोस्ट है “भारत में ऑर्गेनिक फार्मिंग के टिप्स”, जिसमें आपने “जैविक खाद खरीदें” बटन का लिंक दिया है। अगर वह लिंक website.com/buy-organic-fertilizer
के बजाय website.com/buy-organic-fertilizer
(स्पेलिंग गलत) पर जाता है, तो यूजर को एरर पेज दिखेगा। गूगल का क्रॉलर (Crawler) भी ठीक यही देखता है—एक डेड एंड!
प्रभाव:
- क्रॉल बजट वेस्ट (Crawl Budget Waste): सर्च इंजन बॉट्स की सीमित समय और रिसोर्सेज होती हैं। टूटी लिंक्स पर फंसकर वे आपकी अहम पेजेज को क्रॉल नहीं कर पाते।
- इंडेक्सिंग अवरुद्ध: अगर कोई पेज किसी टूटी लिंक के जरिए ही एक्सेस होता है, तो वह इंडेक्स ही नहीं होगा।
- यूजर एक्सपीरियंस डाउनग्रेड: यूजर्स फ्रस्ट्रेट होते हैं, बाउंस रेट (Bounce Rate) बढ़ता है।
२. रीडायरेक्ट्स (Redirects): गलत दिशा-निर्देशों का खेल
रीडायरेक्ट्स वे इंस्ट्रक्शन हैं जो ब्राउज़र या सर्च इंजन को एक URL से दूसरे URL पर भेजते हैं। इनमें ३०१ (स्थायी), ३०२ (अस्थायी) जैसे स्टेटस कोड शामिल हैं।
समस्या कब आती है?
- चेन रीडायरेक्ट्स (Chain Redirects): जैसे पेज A → पेज B → पेज C। सर्च इंजन इससे भ्रमित होता है, और अक्सर पेज C को इंडेक्स नहीं करता।
- लूप रीडायरेक्ट्स (Loop Redirects): पेज A → पेज B → पेज A (अनंत लूप)। यह क्रॉलर को फंसा देता है।
- सॉफ्ट ४०४ एरर (Soft 404 Error): पेज गायब है, लेकिन सर्वर २०० ओके कोड भेजता है (मिसकॉन्फ़िगरेशन)।
उदाहरण:
सरकारी वेबसाइट india.gov.in
पर पुरानी स्कीम का लिंक old-scheme.gov.in
पर रीडायरेक्ट होता है, लेकिन अगर old-scheme.gov.in
खुद ही new-scheme.gov.in
पर रीडायरेक्ट हो और वहाँ भी कन्फ़्यूजन हो, तो यूजर को कभी सही जानकारी नहीं मिल पाती। सर्च इंजन भी ऐसे पेजेज को “इंडेक्स करने लायक नहीं” मानता।
३. अन्य तकनीकी बाधाएँ: छिपे दुश्मन
- नॉऑफ़ोलो लिंक्स (Nofollow Links):
<a href="..." rel="nofollow">
टैग वाले लिंक्स सर्च इंजन को कहते हैं: “इस लिंक को फॉलो मत करो!”। अत्यधिक उपयोग से इंडेक्सिंग प्रभावित होती है। - रोबॉट्स.टीएक्सटी ब्लॉकेज (Robots.txt Blockage): अगर यह फ़ाइल गलती से क्रॉलर को महत्वपूर्ण पेजेज तक जाने से रोक दे, तो वे पेज इंडेक्स नहीं होते।
- जावास्क्रिप्ट-रेंडर कंटेंट (JavaScript-Rendered Content): गूगल बॉट अब जावास्क्रिप्ट समझता है, लेकिन कॉम्प्लेक्स कोड से वह कंटेंट नहीं “पढ़” पाता।
४. समाधान: तकनीकी SEO की ‘कुंजी’
कदम १: ऑडिट करें
- ब्रोकन लिंक्स ढूँढें: टूल्स जैसे Ahrefs, Screaming Frog या मुफ्त में Dead Link Checker का प्रयोग करें।
- रीडायरेक्ट्स चेक करें: Redirect Path (क्रोम एक्सटेंशन) से ट्रैक करें कि लिंक कहाँ-कहाँ जा रहा है।
कदम २: सुधारें
- टूटी लिंक्स को ठीक करें या हटाएँ।
- चेन रीडायरेक्ट्स को सिंगल ३०१ रीडायरेक्ट में बदलें।
- क्रिटिकल पेजेज को रोबॉट्स.टीएक्सटी से अनब्लॉक करें।
कदम ३: निगरानी
- गूगल सर्च कंसोल (Google Search Console) में “कवरेज रिपोर्ट” देखें। यहाँ आपको इंडेक्सिंग एरर्स का विवरण मिलेगा।
- रियल-लाइफ टिप: अमेज़न इंडिया हर हफ्ते लिंक ऑडिट करता है—छोटे बिजनेस भी यही आदत डालें!
निष्कर्ष: “इंडेक्सिंग” आपका फर्स्ट इंप्रेशन है!
जैसे किसी नौकरी के इंटरव्यू में आपका रिज्यूमे ही नहीं पहुँचे, तो चांस कैसे मिलेगा? वेबसाइट्स के लिए इंडेक्सिंग वह पहला कदम है। टूटी लिंक्स और रीडायरेक्ट्स जैसी छोटी-सी गलती आपकी मेहनत को अदृश्य कर सकती है। तकनीकी SEO को नियमित रखें—यह वेबसाइट की “हेल्थ चेकअप” है।
क्या आप जानते हैं?
गूगल के अनुसार, ५०% से अधिक वेबसाइट्स में १०+ टूटी लिंक्स होती हैं! अपनी साइट को इनमें शामिल न होने दें।
❓ People Also Ask
1. वेबसाइट इंडेक्सिंग क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
इंडेक्सिंग वह प्रक्रिया है जिसमें सर्च इंजन (जैसे गूगल) आपकी वेबसाइट को अपने डेटाबेस में स्टोर करते हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि बिना इंडेक्सिंग के आपकी वेबसाइट सर्च रिजल्ट्स में दिखाई नहीं देगी, चाहे आपका कंटेंट कितना भी अच्छा क्यों न हो।
2. कैसे पता करें कि मेरी वेबसाइट की कौन-सी पेजेज इंडेक्स नहीं हो पा रही हैं?
गूगल सर्च कंसोल की “कवरेज रिपोर्ट” देखें। यहाँ आपको सभी इंडेक्सिंग एरर्स का विवरण मिलेगा। इसके अलावा, “site:yourwebsite.com” सर्च करके भी आप देख सकते हैं कि कौन-से पेज इंडेक्स हुए हैं।
3. क्या सभी प्रकार के रीडायरेक्ट्स खराब होते हैं?
नहीं, 301 (स्थायी) और 302 (अस्थायी) रीडायरेक्ट्स सामान्यतः ठीक हैं। समस्या तब आती है जब चेन रीडायरेक्ट्स (एक के बाद एक कई रीडायरेक्ट्स) या लूप रीडायरेक्ट्स (अनंत चक्र) होते हैं, जो सर्च इंजन को भ्रमित करते हैं।
📌 Quick Summary
- टूटी लिंक्स (404 एरर) सर्च इंजन बॉट्स को रोकती हैं और क्रॉल बजट बर्बाद करती हैं!
- गलत रीडायरेक्ट्स (चेन/लूप) इंडेक्सिंग में बाधा डालते हैं!
- रोबॉट्स.टीएक्सटी में गलत ब्लॉकेज या जावास्क्रिप्ट-रेंडर कंटेंट भी समस्याएँ पैदा कर सकते हैं!
- नियमित ऑडिट, सुधार और निगरानी से इन समस्याओं से बचा जा सकता है!
- गूगल सर्च कंसोल की कवरेज रिपोर्ट इंडेक्सिंग समस्याओं को ट्रैक करने में मदद करती है!
📊 तकनीकी समस्याएँ और उनके समाधान
समस्या | प्रभाव | समाधान |
---|---|---|
टूटी लिंक्स (404 एरर) | क्रॉल बजट बर्बाद, इंडेक्सिंग रुकना | लिंक्स ठीक करें या हटाएँ, 301 रीडायरेक्ट का प्रयोग करें |
चेन/लूप रीडायरेक्ट्स | सर्च इंजन भ्रमित होता है, पेज इंडेक्स नहीं होता | मल्टीपल रीडायरेक्ट्स को सिंगल 301 रीडायरेक्ट में बदलें |
रोबॉट्स.टीएक्सटी ब्लॉकेज | महत्वपूर्ण पेजेज क्रॉल नहीं हो पाते | क्रिटिकल पेजेज को अनब्लॉक करें |
सॉफ्ट 404 एरर | गूगल को गलत सिग्नल मिलता है | सही 404 स्टेटस कोड लौटाएँ |
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